ओलंपिक खेल का इतिहास (History of Olympic Games in Hindi)
ओलंपिक खेलों का इतिहास (History of Olympic games in Hindi) बहुत पुराना है| ओलंपिक खेलों (Olympic Khel) का प्रारम्भ प्राचीन यूनान के ओलंपिया शहर में 776 ईसा पूर्व में हुआ था| यूनान के ओलंपिया पर्वत पर खेले जाने के कारण इस खेल का नाम ओलंपिक पड़ा|
776 ईसा पूर्व से 394 ईसवी तक यह खेल हर 4 वर्षों के अंतराल पर आयोजित किया जाता रहा, लेकिन रोम के शासक थियोडोंसीएस के आदेश के कारण इस खेल का आयोजन बंद कर दिया गया था| ये तो था ओलंपिक खेलों का इतिहास (History of Olympic games in hindi), अब हम जानेंगे ओलंपिक खेल क्या है (Olympic khel kya hai) और अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां (Information about Olympic games in hindi) जो की प्रतियोगी परीक्षा में इस टॉपिक से पूछी जा सकती है|
आधुनिक ओलंपिक खेल (Adhunik Olympic Khel/History of Modern Olympic Games in hindi)-
ओलंपिक खेलो के इतिहास (History of Olympic games in hindi) को जानने के बाद अब हम जानेंगे आधुनिक ओलिंपिक खेल के इतिहास (History of Modern Olympic games in hindi) के बारे में|
- यदि प्रश्न पूछा जाए की आधुनिक ओलिंपिक खेल कब शुरू हुआ (Adhunik Olympic khel kab shuru hua), तो उसका उत्तर है आधुनिक ओलंपिक खेलों की शुरुआत 1896 ईसवी से हुई थी|
- Adhunik Olympic khel (आधुनिक ओलंपिक) की शुरुआत यूनान के एथेंस शहर से हुआ था|
- आधुनिक ओलंपिक की शुरुआत का श्रेय बैरोन पियरे कोबार्टिन को जाता है|
अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (International Olympic committee in hindi)-
“अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति” ओलंपिक खेलों को संचालित करने वाली संस्था है| आइये इसके बारे में Exam point of view से महत्वपूर्ण कुछ बातें जानते हैं|
अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति की स्थापना 1894 ईसवी में हुई थी|
इसका मुख्यालय लुसाने (स्वीटजरलैंड) में है|
ओलंपिक खेलों का स्थान, ओलंपिक खेलों का नियम, ओलंपिक खेलों का संचालन यह सब का निर्धारण अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति द्वारा किया जाता है|
ओलंपिक खेलों का उद्देश्य-
ओलंपिक खेलों का उद्देश्य है-
ओलंपिक का उद्देश्य (Motto) लैटिन भाषा में- सिटीएस, अल्टियस, फोर्टियस था, जिसका अर्थ तेज, ऊंचा और बलवान होता है|
टोक्यो ओलंपिक 2020 (Tokyo Olympic 2020) में ओलंपिक के मोटो में एक नया शब्द “Together” जोड़ा गया है, जिसका अर्थ “साथ” होता है।
ओलंपिक मशाल (Olympic Mashal in hindi)-
ओलंपिक मशाल (Olympic Mashal in हिंदी) का अपना ही एक इतिहास है|
ओलंपिक मशाल (Olympic mashal in hindi) जलाने की शुरुआत 1928 से एम्सटर्डम ओलंपिक से हुई थी|
Olympic Mashal in hindi (ओलंपिक मशाल) को ओलंपिक खेल शुरू होने के कुछ महीनों पहले यूनान के ओलंपिया में हेरा मंदिर के सामने सूर्य की किरणों से प्रज्वलित किया जाता है और फिर उसे सदस्य देशों में घुमाते हुए विभिन्न खिलाड़ियों के माध्यम से आयोजन स्थल तक ले जाया जाता है, और इसी मशाल से खेल समारोह में विशेष मशाल प्रज्वलित की जाती है|
ओलंपिक ध्वज (Olympic Flag in hindi)-
ओलंपिक ध्वज (Olympic Flag in हिंदी) के बारे में निम्नलिखित बातें महत्त्वपूर्ण हैं-
ओलंपिक ध्वज (Olympic Flag in hindi) पियरे डे कूबर्टिन के सुझाव पर 1913 में बनाया गया था, जिसे 1914 में स्वीकार किया गया|
सर्वप्रथम ओलंपिक ध्वज (Olympic Flag in hindi) को 1920 में एंटवर्प ओलंपिक में फहराया गया था|
इसकी पृष्ठभूमि सफेद होती है और उसके ऊपर ओलंपिक के प्रतीक के रूप में पांच रंगीन चक्र एक दूसरे से मिले हुए दर्शाए गए होते हैं जो विश्व के पांच महाद्वीपों का प्रतिनिधित्व करते हैं|
ओलंपिक ध्वज (Olympic Flag in hindi) में नीला चक्र- यूरोप, पीला चक्र- एशिया, काला चक्र- अफ्रिका, हरा चक्र- आस्ट्रेलिया तथा लाल चक्र- उत्तरी और दक्षिणी अमेरिका का प्रतिनिधित्व करता है|
विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में ओलंपिक खेल के इतिहास (History of Olympic games in hindi) ओलंपिक ध्वज (Olympic Flag in hindi), ओलंपिक का उद्देश्य और ओलंपिक मशाल (Olympic Mashal in hindi) से जुड़े प्रश्न अक्सर पूछे जाते हैं तो इसे आप अच्छे से पढ़ कर याद कर लेंगे।
ओलंपिक खेलों में शपथ –
ओलंपिक खेलों में 1920 से शपथ ग्रहण करने की परंपरा की शुरुआत हुई, जिसके अंतर्गत ओलंपिक खेल (Olympic khel) के प्रारंभ होने से पहले आयोजक देश का ही कोई एक खिलाड़ी समस्त प्रतियोगी देश के खिलाड़ियों के प्रतिनिधि के रूप में शपथ ग्रहण करता है|
ओलंपिक का मस्कट (शुभंकर)-
हर ओलंपिक खेल (Olympic games in hindi) का कुछ ना कुछ शुभंकर (मस्कट/Olympic mascot) नियुक्त किया जाता है|
- ओलंपिक खेलों (Olympic games in hindi) में 1968 से शुभंकर की परंपरा की शुरुआत की गई|
ओलंपिक खेल (Olympic Khel) में मार्च पास्ट-
ओलंपिक खेल (Olympic Games in hindi) के उद्घाटन समारोह में मार्च पास्ट के समय यूनान की टीम सबसे आगे और मेजबान देश की टीम सबसे पीछे रहती है, बीच के अन्य देशों की टीमों का स्थान अंग्रेजी वर्णमाला के क्रम में होता है|
ओलंपिक खेलों का आयोजन स्थल-
“अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति” ओलंपिक खेल (Olympic Khel) का आयोजन करती है और मेजबान शहर की तैयारियों की देखरेख करती है| ओलंपिक आयोजन स्थल अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति द्वारा पहले से ही निर्धारित होते हैं|
2032 तक के ओलंपिक के आयोजन स्थल तय किए जा चुके हैं जो निम्नलिखित हैं-
- 2020 टोक्यो (जापान)
- 2024 पेरिस (फ्रांस)
- 2028 लास एंजिल्स (अमेरिका)
- 2032 ब्रिसबेन (ऑस्ट्रेलिया)
टोक्यो ओलंपिक 2020 में शामिल नए खेल-
टोक्यो ओलंपिक 2020 में 4 नए खेल शामिल किए गए हैं| जो कि निम्नलिखित हैं-
- स्केटबोर्डिंग
- बेसबॉल/सॉफ्टबॉल
- स्पोर्ट क्लाइंबिंग एंड सर्फिंग
- कराटे
ओलंपिक से जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण बातें-
ओलंपिक से जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण बातें जो कि Exams में पूछी जा सकती हैं-
- ओलंपिक खेलो के इतिहास में सर्वाधिक स्वर्ण पदक जीतने वाले पुरुष खिलाड़ी यूएसए के तैराक माइकल फेल्प्स हैं (Highest Gold medal in history of Olympic games in hindi), जिन्हें Golden Shark के नाम से भी जाना जाता है| माइकल फेल्प्स ने 2008 के बीजिंग ओलंपिक में तैराकी की स्पर्धाओं में कुल 8 स्वर्ण पदक जीते थे|
- सर्वाधिक स्वर्ण पदक जीतने वाली महिला खिलाड़ी का नाम लरीना लवीना है|
- Olympic Khel में सर्वाधिक स्वर्ण पदक जीतने का विश्व रिकॉर्ड रूस के पास है|1988 में रियो ओलंपिक में रूस ने 55 स्वर्ण पदक जीते थे|
- ओलंपिक खेलो के इतिहास में (History of Olympic Games in hindi) में महिलाओं की भागीदारी दूसरे ओलंपिक 1900 शुरू हुई थी|
ओलंपिक खेलों में भारत-
ओलंपिक खेलों में भारत से जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण बातें जो कि Exams में पूछी जा सकती हैं-
- भारत की ओर से ओलंपिक में भाग लेने वाले पहले खिलाड़ी एंग्लो इंडियन नॉर्मन प्रीजॉर्ड थे| नॉर्मन प्रीजॉर्ड ने 1900 में दूसरे ओलंपिक में एथलेटिक्स में भाग लिए थे और दो रजत पदक प्राप्त किया था|
भारत ने सर्वप्रथम 1920 में ओलंपिक में अपने खिलाड़ियों का दल भेजा था|
KD जाधव व्यक्तिगत स्पर्धा में ओलंपिक पदक जीतने वाले पहले भारतीय थे| केडी जाधव ने 1952 में हेलिंस्की ओलंपिक में कुश्ती में कांस्य पदक जीता था|
- 1920 से 1980 तक ओलंपिक में भारत के राष्ट्रीय हॉकी टीम का बोलबाला था| इस इस बीच ओलंपिक हुए 12 खेलों में भारत ने 11 पदक जीते थे, जिसमें आठ स्वर्ण पदक थे|
- भारत की राष्ट्रीय हॉकी टीम ने 1928 से 1956 तक लगातार छह स्वर्ण पदक जीते थे|
अंतिम बार भारतीय हॉकी टीम ने 1980 में स्वर्ण पदक जीता था|
कर्णम मल्लेश्वरी ओलंपिक में मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी हैं| कर्णम मल्लेश्वरी ने 2000 सिडनी ओलंपिक में वेटलिफ्टिंग में कांस्य पदक जीता था|
भारत का पहला व्यक्तिगत ओलंपिक स्वर्ण पदक अभिनव बिंद्रा ने जीता था| अभिनव बिंद्रा ने भारत का पहला व्यक्तिगत ओलंपिक स्वर्ण पदक बीजिंग ओलंपिक 2008 में 10 मीटर एयर राइफल प्रतियोगिता में जीता था|
- ओलंपिक खेलो के इतिहास में भाग लेने वाली प्रथम भारतीय महिला खिलाड़ी मैरी लीला राव हैं (First Indian Women to Participate in history of Olympic Gmes in hindi)|
ग्रीष्मकालीन ओलंपिक, शीतकालीन ओलंपिक और पैरा ओलंपिक क्या है?-
ग्रीष्मकालीन ओलंपिक-
ग्रीष्मकालीन ओलंपिक ही ओलंपिक खेल है, जिसके बारे में इस ब्लॉग में विस्तार से चर्चा की गई है|
शीतकालीन ओलंपिक-
शीतकालीन ओलंपिक (Sheetkalin Olympic Khel) से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें-
शीतकालीन ओलंपिक एक विशेष ओलंपिक खेल है|
शीतकालीन ओलंपिक में अधिकांश बर्फ पर खेले जाने वाले खेलों की स्पर्धा होती है|
शीतकालीन ओलंपिक भी 4 वर्षों के अंतराल पर खेला जाता है|
शीतकालीन ओलंपिक खेलों की शुरुआत 1924 में हुई थी|
पहला शीतकालीन ओलंपिक खेल फ्रांस में खेला गया था|
अगला शीतकालीन ओलंपिक खेल 2022 में बीजिंग चीन में आयोजित होगा|
पैरा ओलंपिक-
पैरा ओलंपिक (Paralympic Khel) से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें-
पैरा ओलंपिक खेल दिव्यांगों की एक अंतरराष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता है|
पैरा ओलंपिक खेल में दिव्यांग खिलाड़ी भाग लेते हैं|
1960 में पहली बार रोम में पैरा ओलंपिक गेम्स आयोजित किए गए थे|
1988 में पहली बार अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति द्वारा पैरा ओलंपिक शब्द अनुमोदित किया गया था|
पैरा ओलंपिक खेल में भारत 1968 से शामिल हुआ था|
पैरा ओलंपिक खेल, मुख्य ओलंपिक खेल वाले स्थान पर ही खेला जाता है, अतः अगला पैरा ओलंपिक खेल टोक्यो में अगस्त 2021 में आयोजित किया जाएगा|
आज के इस आर्टिकल में हमने जाना ओलंपिक खेल का इतिहास (History of Olympic games in hindi), ओलिंपिक खेल क्या है (Olympic Khel kya hai ) और ओलिंपिक से सम्बंधित सारी जानकारी (Information about Olympic games in hindi) जो की प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछी जाती है| इन सारी जानकारियों से आप ओलंपिक खेलों पर निबंध (Essay on Olympic Games in hindi) भी लिख सकते हैं| इसके अतिरिक्त हमने ग्रीष्मकालीन ओलंपिक, शीतकालीन ओलंपिक और पैरा ओलंपिक क्या है? इसके बारे में भी जानकारी हासिल की।
इस पूरे ब्लॉग में हमारा पूरा प्रयास है कि हम To The Point रहे, अर्थात उन सारे बिंदुओं पर ही चर्चा करें जो हमारे लिए प्रतियोगी परीक्षाओं की दृष्टि से महत्वपूर्ण है|आज के ब्लॉग में बस इतना ही आगे फिर हम किसी महत्वपूर्ण टॉपिक पर चर्चा करेंगे तब तक के लिए धन्यवाद|
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