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Vyanjan kise kahate hain in Hindi (व्यंजन) : परिभाषा, भेद/प्रकार, उदहारण

Vyanjan in Hindi Varnmala Notes

इस आलेख में हम हिंदी वर्णमाला के दूसरे भाग व्यंजन (Vyanjan in hindi) के संबंध में सभी प्रकार की जानकारी (Vyanjan kise kahate hain) साझा करने जा रहे हैं। पिछले आलेख में हम लोगों ने वर्ण, वर्णमाला और स्वर के बारे में डिटेल से जाना।

आज के इस आलेख में हम चर्चा करेंगे व्यंजन की परिभाषा (Vyanjan ki paribhasha), व्यंजन किसे कहते हैं (Vyanjan kise kahate hain), व्यंजन कितने होते हैं (Vyanjan Kitne Hote hain), व्यंजन के कितने भेद होते हैं/व्यंजन कितने प्रकार के होते हैं  (Vyanjan ke kitne Bhed Hote hain/Vyanjan Kitne Prakar ke hote hain) और सारे प्रकारों की परिभाषा आदि| यदि आप व्यंजन के संबंध में कंप्लीट जानकारी चाहते हो तो इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ियेगा, आपको वर्णमाला के व्यंजन के संबंध में सभी प्रश्नों का जवाब मिल जाएगा।

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व्यंजन (Vyanjan Kise kahate hain)-

आइये सबसे पहले जानते हैं कि व्यंजन किसे कहते हैं-

  • व्यंजन किसे कहते हैं (Vyanjan Kise kahate hain)?- व्यंजन वे वर्ण होते हैं जिसका उच्चारण बिना स्वर की सहायता से नहीं किया जा सकता है|

  • व्यंजन (Vyanjan in Hindi) वर्ण के उच्चारण में ध्वनियां मुंह से आवाध गति से बाहर नहीं निकलती बल्कि किसी अवरोध के साथ बाहर आती है।

  • व्यंजनों की कुल संख्या 41 होती है|
  • अब तक हमने जाना व्यंजन किसे कहते हैं (Vyanjan kise kahate hain), व्यंजन की परिभाषा (Vyanjan ki paribhasha) अब हम जानते हैं की व्यंजन कितने प्रकार के होते हैं|

व्यंजनों के प्रकार (Vyanjan ke Kitne Bhed hote hain)-

व्यंजन कितने प्रकार के होते हैं (Vyanjan Kitne Prakar ke hote hain/Vyanjan ke bhed)?- व्यंजन 6 प्रकार के होते हैं।

  1. स्पर्श व्यंजन (Sparsh Vyanjan in hindi) 
  2. अंत:स्थ व्यंजन (Antastha Vyanjan)
  3. उष्म व्यंजन (Ushm Vyanjan)
  4. उत्क्षिप्त व्यंजन (Utchipt Vyanjan in hindi)
  5. संयुक्त व्यंजन (Sanyukt Vyanjan)
  6. आगत व्यंजन (Aagat Vyanjan)
1) स्पर्श व्यंजन (Sparsh Vyanjan in hindi)-

स्पर्श व्यंजन (Sparsh Vyanjan in Hindi) से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें-

  • स्पर्श व्यंजन किसे कहते हैं (Sparsh Vyanjan Kise kahate hain)?- जिस व्यंजन के उच्चारण में जीभ का कोई न कोई भाग मुख किसी न किसी भाग को स्पर्श करता है, उसे स्पर्श व्यंजन को कहते हैं|
  • स्पर्श व्यंजन कितने होते हैं (Sparsh Vyanjan Kitne Hote hain)?- स्पर्श व्यंजन (Sparsh Vyanjan in hindi) की कुल संख्या 25 है।
  • स्पर्श व्यंजन को 5 वर्गों में बांटा गया है- क वर्ग, च वर्ग, ट वर्ग , त वर्ग, प वर्ग|

प्रत्येक वर्ग में पांच पांच अक्षर हैं-

  1. क वर्ग – क, ख, ग, घ, ड.
  2. च वर्ग – च, छ, ज, झ, अ
  3. ट वर्ग – ट, ठ, ड, ढ, ण
  4. त वर्ग – त, थ, द, ध, न
  5. प वर्ग – प, फ, ब, भ, म
2) अंतःस्थ व्यंजन (Antastha Vyanjan in hindi)-

अंतःस्थ व्यंजन (Antastha Vyanjan in hindi) से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें-

  • अंतःस्थ व्यंजन किसे कहते हैं (Antastha Vyanjan Kise kahate hain)?- अंत:स्थ व्यंजन उस व्यंजन को कहते हैं, जिसके उच्चारण में वायु संकुचित होकर बाहर निकलती है।
  • अंतःस्थ व्यंजन कितने होते हैं (Antastha Vyanjan Kitne Hote hain)?-  इनकी संख्या 4 है।
  • य, र, ल, व
3) ऊष्म या संघर्षी व्यंजन (Ushm Vyanjan)

ऊष्म व्यंजन (Ushm Vyanjan in hindi) से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें-

  • ऊष्म व्यंजन किसे कहते हैं (Ushm Vyanjan Kise kahate hain)?- ऊष्म व्यंजन उस व्यंजन को कहते हैं जिन व्यंजनों के उच्चारण में गरम वायु मुंह से बाहर निकलती है।
  • इसे संघर्षी व्यंजन भी कहते हैं।
  • ऊष्म व्यंजन कितने होते हैं (Ushm Vyanjan Kitne Hote hain)?- इसकी संख्या 4 होती है।
  • श, ष, स, ह
4) उत्क्षिप्त व्यंजन (Utchipt Vyanjan in hindi)-

उत्क्षिप्त व्यंजन (Utchipt Vyanjan in hindi) से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें-

  • उत्क्षिप्त व्यंजन किसे कहते हैं (Utchipt Vyanjan Kise kahate hain)?- उस व्यंजन को कहते हैं जिन व्यंजनों के उच्चारण में जीभ की उल्टी हुई नोक तालु को छूकर झटके से हट जाती है।
  • उत्क्षिप्त व्यंजन कितने होते हैं (Utchipt Vyanjan Kitne Hote hain)?- इनकी संख्या 2 है।
  • ड, ढ
5) संयुक्त व्यंजन (Sanyukt Vyanjan)-

संयुक्त व्यंजन (Sanyukt Vyanjan) से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें-

  • संयुक्त व्यंजन किसे कहते हैं (Sanyukt Vyanjan Kise Kahate hain)?- संयुक्त व्यंजन वे व्यंजन कहलाते हैं जिनका उच्चारण अन्य व्यंजनों की सहायता होता है।

  • संयुक्त व्यंजन कितने होते हैं (Sanyukt Vyanjan Kitne Hote hain)?- इनकी संख्या 4 है।

  • क्ष, त्र, ज्ञ, श्र

संयुक्त व्यंजनों का निर्माण (Sanyukt Vyanjan Kaise Bante hain)-

दो अलग-अलग वर्ण से इनका निर्माण होता है, जो कि निम्न हैं-

  • क्ष = क्+ष
  • त्र = त्+र
  • ज्ञ = ज्+ञ
  • श्र = श्+र
6) आगत व्यंजन (Aagat Vyanjan)-

ज और फ को आगत व्यंजन कहते हैं।

व्यंजन की संख्या41
स्पर्श व्यंजन की संख्या25
अंतस्थ व्यंजन की संख्या4
उष्म व्यंजन की संख्या4
द्विगुण व्यंजन की संख्या2
आगत व्यंजन की संख्या2
संयुक्त व्यंजन की संख्या4

इन 6 तरह के व्यंजनों के अतिरिक्त नासिक्य व्यंजन भी होता है। जिसके अंतर्गत आने वाले वर्णों की गिनती व्यंजन में नहीं की जाती है, क्योंकि ये स्पर्श व्यंजन का ही एक अंग हैं। 

नासिक्य व्यंजन (Nasikya Vyanjan in hindi)-

नासिक्य व्यंजन (Nasikya Vyanjan in hindi) से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें-

  • नासिक्य व्यंजन किसे कहते हैं (Nasikya Vyanjan Kise kahate hain)?- नासिक्य व्यंजन व्यंजन वे व्यंजन होते हैं जिनके उच्चारण मे वायु नाक से बाहर निकलती है।
  • स्पर्श व्यंजन के प्रत्येक वर्ग का पांचवा अक्षर नासिक्य व्यंजन कहलाता है।
  • नासिक्य व्यंजन के उदाहरण (Nasikya Vyanjan ke Udaharan)- ड. (अंगा), ञ (इयां), ण, न, म नासिक्य व्यंजन है।

उच्चारण की दृष्टि से व्यंजन के भेद (Vyanjan ke bhed)-

उच्चारण की दृष्टि से व्यंजन के कितने भेद होते हैं (Vyanjan ke kitne Bhed hote hain)- उच्चारण की दृष्टि से व्यंजनों को 8 भागों में बांटा गया है-

  1. कंठ्य व्यंजन (Kanthya Vyanjan)
  2. तालव्य व्यंजन (Talavya Vyanjan)
  3. मूर्धन्य व्यंजन (Murdhanya Vyanjan)
  4. दंत्य व्यंजन (Dantya Vyanjan in hindi)
  5. ओष्ठय व्यंजन (Oshthya Vyanjan)
  6. वत्सर्य व्यंजन (Vatsarya Vyanjan)
  7. दन्तोष्ठ्य व्यंजन (Dantoshthya Vyanjan)
  8. काकल्य व्यंजन (Kakalya Vyanjan)
1) कंठ्य व्यंजन (Kanthya Vyanjan in hindi)-

कंठ्य व्यंजन (Kanthya Vyanjan in hindi) से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें-

  • कंठ्य व्यंजन के उच्चारण में जीभ के पिछले भाग से कोमल तालु का स्पर्श होता है।

  • स्पर्श व्यंजन के क वर्ग के सभी अक्षर- “क ख ग घ ड.” कंठ्य व्यंजन है।

2) तालव्य व्यंजन (Talavya Vyanjan in hindi)-

तालव्य व्यंजन (Talavya Vyanjan in hindi) से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें-

  • तालव्य व्यंजन किसे कहते हैं (Talavya Vyanjan Kise Kahate hain)?- तालव्य व्यंजन वे व्यंजन कहलाते हैं जिनके उच्चारण में जीभ का अगला भाग, कठोर तालु को स्पष्ट करता है।
  • तालव्य व्यंजन के उदाहरण (Talavya Vyanjan ke udaharan)- स्पर्श व्यंजन के च वर्ग के सभी अक्षर “च, छ, ज, झ, ञ” तथा अंत:स्थ व्यंजन का “य”, उष्म व्यंजन का “श” तालव्य व्यंजन है।
3) मूर्धन्य व्यंजन (Murdhanya Vyanjan)-

मूर्धन्य व्यंजन (Murdhanya Vyanjan) से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें-

  • मूर्धन्य व्यंजन किसे कहते हैं (Murdhanya Vyanjan Kise kahate hain)?- मूर्धन्य व्यंजन उस व्यंजन को कहते हैं, जब जीभ की उल्टी हुई नोक का निचला भाग मूर्धा से स्पर्श करता है।
  • स्पर्श व्यंजन के ट वर्ग के सभी अक्षर “ट, ठ, ड, ढ, ण” मूर्धन्य व्यंजन है।
4) दंत्य व्यंजन (Dantya Vyanjan in hindi)-

दंत्य व्यंजन (Dantya Vyanjan in hindi) से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें-

  • दन्त्य व्यंजन किसे कहते हैं (Dantya Vyanjan Kise kahate hain)?- दन्त्य व्यंजन वे व्यंजन होते हैं जिनके उच्चारण में जीभ की नोक ऊपरी दांतो को स्पर्श करती है|
  •  दन्त्य व्यंजन कितने होते हैं (Dantya Vyanjan kitne hote hain)?- स्पर्श व्यंजन के त वर्ग के सभी अक्षर “त, थ, द, ध, न” दंत्य व्यंजन हैं।
5) ओष्ठय व्यंजन (Oshthya Vyanjan in hindi)-

ओष्ठय व्यंजन (Oshthya Vyanjan in hindi) से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें-

  • ओष्ठ्य व्यंजन किसे कहते हैं (Oshthya Vyanjan Kise kahate hain)?- ओष्ठय व्यंजन उन व्यंजनों को कहते हैं जिनके उच्चारण में दोनों होठों द्वारा स्वाँस का अवरोध होता है।
  • ओष्ठ्य व्यंजन कितने होते हैं (Oshthya Vyanjan Kitne hote hain)?- स्पर्श व्यंजन के प वर्ग के सभी अक्षर “प, फ, ब, भ, म” ओष्ठय व्यंजन हैं।
6) वत्सर्य व्यंजन (Vatsarya Vyanjan in hindi)-

वत्सर्य व्यंजन (Vatsarya Vyanjan in hindi) से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें-

  • वत्सर्य व्यंजन के उच्चारण में जीभ ऊपरी मसूड़ों को स्पर्श करता है।
  • वत्सर्य व्यंजन कितने होते हैं (Vatsarya Vyanjan Kitne Hote hain)?- “न, र, ल” वत्सर्य व्यंजन हैं।
7) दन्तोष्ठ्य व्यंजन (Dantoshthya Vyanjan)-

दन्तोष्ठ्य व्यंजन (Dantoshthya Vyanjan) से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें-

  •  दन्तोष्ठ्य व्यंजन किसे कहते हैं (Dantoshthya Vyanjan kise kahate hain)?- दन्तोष्ठ व्यंजन के उच्चारण में निचला ओष्ठ दांतो को स्पष्ट करता है।
  • दन्तोष्ठ्य व्यंजन कितने होते हैं (Dantoshthya Vyanjan Kitne hote hain)?- “व” दन्तोष्ठ व्यंजन है|
8) काकल्य व्यंजन (Kakalya Vyanjan)-

काकल्य व्यंजन (Kakalya Vyanjan) से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें-

  • काकल्य व्यंजन के उच्चारण में अंदर से आती हुई स्वाँस तीव्र वेग से स्वरयंत्र मुख पर संघर्ष करती है।
  • “ह” काकल्य व्यंजन है|

प्राणत्व के आधार पर व्यंजन के प्रकार-

व्यंजन कितने प्रकार के होते हैं (Vyanjan Kitne Prakar ke hote hain)?- प्राणत्व के आधार पर व्यंजन दो प्रकार के होते हैं-

  1. अल्पप्राण व्यंजन
  2. महाप्राण व्यंजन
1) अल्पप्राण व्यंजन-

अल्पप्राण व्यंजन से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें-

  • अल्पप्राण व्यंजन वे व्यंजन कहलाते हैं जिन व्यंजनों के उच्चारण में मुख से कम वायु बाहर निकलती है।
  • स्पर्श व्यंजन के प्रत्येक वर्ग का पहला, तीसरा और पांचवा अक्षर अल्पप्राण व्यंजन कहलाता है।
  • क वर्ग – क, ग, ड.
  • च वर्ग – च, ज, अ
  • ट वर्ग – ट, ड, ण
  • त वर्ग – त, द, न
  • प वर्ग – प, ब, म
2) महाप्राण व्यंजन (Mahapran Vyanjan in hindi)-

महाप्राण व्यंजन (Mahapran Vyanjan in hindi) से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें-

  • महाप्राण व्यंजन किसे कहते हैं (Mahapran Vyanjan Kise kahate hain)?- महाप्राण व्यंजन वे व्यंजन कहलाते हैं जिनके उच्चारण में मुंह से अधिक हवा निकलती है।
  • स्पर्श व्यंजन के प्रत्येक वर्ग का दूसरा और चौथा वर्ण महाप्राण व्यंजन कहलाता है।
  • क वर्ग – ख, घ
  • च वर्ग – छ, झ
  • ट वर्ग – ठ, ढ
  • त वर्ग – थ, ध
  • प वर्ग – फ, भ

घोषत्व के आधार पर व्यंजन के भेद (Vyanjan ke bhed)-

घोषत्व के आधार पर व्यंजन के कितने भेद होते हैं (Vyanjan ke Kitne bhed hote hain)?- घोषत्व के आधार पर व्यंजन दो प्रकार के होते हैं।

  1. घोष व्यंजन (Ghosh Vyanjan)
  2. अघोष व्यंजन (Aghosh Vyanjan)
घोष व्यंजन (Ghosh Vyanjan in hindi)-

घोष व्यंजन (Ghosh Vyanjan in hindi) से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें-

  • घोष व्यंजन किसे कहते हैं (Ghosh Vyanjan Kise Kahate hain)?- घोष व्यंजन उस व्यंजन को कहते हैं जिन व्यंजनों के उच्चारण में स्वर तंत्रियों में कंपन होता है।
  • स्पर्श व्यंजन के प्रत्येक वर्ग का तीसरा, चौथा और पांचवां व्यंजन घोष व्यंजन कहलाता है।
  • क वर्ग – ग, घ, ड.
  • च वर्ग – ज, झ, अ
  • ट वर्ग – ड, ढ, ण
  • त वर्ग – द, ध, न
  • प वर्ग – ब, भ, म
अघोष व्यंजन (Aghosh Vyanjan in hindi)-

अघोष व्यंजन (Aghosh Vyanjan in hindi) से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें-

  • अघोष व्यंजन किसे कहते हैं (Aghosh Vyanjan Kise Kahate hain)?- अघोष व्यंजन वे व्यंजन होते हैं जिन व्यंजनों के उच्चारण में स्वर तंत्रियों में कंपन होता है।
  • स्पर्श व्यंजन के प्रत्येक वर्ग का पहला और दूसरा अक्षर अघोष कहलाता है।
  • क वर्ग– क, ख
  • च वर्ग– च, छ
  • ट वर्ग– ट, ठ
  • त वर्ग– त, थ
  • प वर्ग– प, फ

Conclusion-

आइए अब हम लोग जानते हैं कि वर्णमाला के व्यंजन वाले भाग प्रतियोगी परीक्षाओं में किस प्रकार के प्रश्न पूछे जाते हैं?

  • व्यंजन वर्णों की संख्या कितनी होती है (Vyanjan ki sankhya Kitni hoti hai)।
  • स्पर्श व्यंजन कितने होते हैं (Sparsh Vyanjan Kitne Hote hain)?
  • व्यंजन किसे कहते हैं (Vyanjan Kise kahate hain)|
  • स्पर्श व्यंजन को कितने वर्गों में बांटा गया है?
  • प्रत्येक वर्ग में कितने अक्षर होते हैं?
  • निम्न में कौन सा वर्ण कंठ, तालब्य, मूर्धन्य, दन्त्य या ओष्ठ्य, वर्ण का है या नहीं है?
  • अंतस्थ व्यंजन की संख्या कितनी है?
  • निम्न में कौन सा अंतस्थ व्यंजन है या नहीं है?
  • ऊष्म या संघर्षी व्यंजन की संख्या कितनी है?
  • निम्न में कौन सा व्यंजन ऊष्म है या नहीं है?
  • निम्न में कौन सा अल्पप्राण व्यंजन है या नहीं है?
  • निम्न में कौन सा व्यंजन महाप्राण व्यंजन है या नही है?
  • निम्न में किसमें घोष वर्ण है या नहीं?
  • निम्न में किसमें अघोष वर्ण है या नही है?
  • उत्क्षित व्यंजन कौन-कौन से हैं।
  • संयुक्त व्यंजन की संख्या कितनी है?
  • संयुक्त व्यंजन कौन-कौन से हैं?
  • संयुक्त व्यंजन का निर्माण किन किन दो वर्णों के मिलने से होता है?
  • नाशिक्य व्यंजन मे प्रत्येक वर्ग का कौन सा अक्षर होता है?
  • निम्न में कौन सा दंतोस्ठ व्यंजन है?

आज के इस आलेख में हमने वर्णमाला के दूसरे भाग व्यंजन (Vyanjan in hindi) के संबंध में कंप्लीट जानकारी साझा की| अगले आलेख में हम हिंदी व्याकरण के अन्य टॉपिक पर चर्चा करेंगे।

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